टेक्निकल एनालिसिस क्या है

टेक्निकल एनालिसिस क्या है स्टॉक मार्केट में टेक्निकल एनालिसिस निवेश या ट्रेडिंग करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें चार्ट, पैटर्न और इंडिकेटर्स का उपयोग करके स्टॉक्स के भावों (प्राइस मूवमेंट) का विश्लेषण किया जाता है। टेक्निकल एनालिसिस हमें यह समझाने में मदद करता है कि किसी स्टॉक की कीमत आगे बढ़ेगी, गिरेगी या एक सीमित दायरे में रहेगी।

स्टॉक मार्केट में टेक्निकल एनालिसिस उन ट्रेडर्स के लिए उपयोगी होती है जो शॉर्ट-टर्म और मीडियम-टर्म ट्रेडिंग करते हैं, लेकिन यह लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस लेख में, हम आपको टेक्निकल एनालिसिस की परिभाषा, चार्टस, पैटर्न्स और प्रमुख इंडिकेटर्स की चर्चा करेंगे।

आपको हम ने इस ब्लॉक पोस्ट में टेक्निकल एनालिसिस क्या है कि संपूर्ण जानकारी दी गई है।

टेक्निकल एनालिसिस क्या है
टेक्निकल एनालिसिस क्या है

1. टेक्निकल एनालिसिस क्या है

टेक्निकल एनालिसिस क्या है यह एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें स्टॉक की ऐतिहासिक मूल्य गतिविधियों और ट्रेडिंग वॉल्यूम का अध्ययन किया जाता है। यह मानते है कि सभी मौजूदा जानकारी पहले से ही स्टॉक की कीमतों में शामिल है और कीमतों के पैटर्न का विश्लेषण करके हम भविष्य में शेयरों की दिशा का अनुमान लगा सकते हैं।

टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग मुख्य रूप से स्टॉक्स, फॉरेक्स, कमोडिटी और क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करने के लिए किया जाता है।

2. टेक्निकल एनालिसिस के प्रमुख सिद्धांत

टेक्निकल एनालिसिस के तीन मुख्य सिद्धांतों पर आधारित होती है।

(i) बाजार की कीमतें सभी जानकारी दर्शाती हैं।

टेक्निकल एनालिसिस किसी स्टॉक की वर्तमान कि सभी मौजूदा जानकारी को दर्शाते है चाहे वह फंडामेंटल फैक्टर्स से जुड़ी हो या फिर इमोशनल फैक्टर्स।

(ii) मुल्य एक ट्रेंड में चलता है।

स्टॉक मार्केट में कीमतें किसी निश्चित ट्रेंड में चलती हैं। यह ट्रेंड तीन प्रकार के होते हैं।

1. अपट्रेंड- अपट्रेंड में कीमतें लगातार बढ़ती जाती हैं।

2. डाउनट्रेंड- डाउनट्रेंड में कीमतें लगातार गिरती जाती हैं।

3. साइडवे ट्रेंड- साइडवे ट्रेंड- में कीमतें एक सीमित दायरे में घूमती रहती हैं।

(iii) इतिहास खुद को दोहराता है‌।

शेयर बाजार में निवेशकों की भावनाएँ और मनोवृत्ति  समान रहती हैं, जिससे कीमतों में एक जैसे पैटर्न बार-बार बनते हैं।

3. टेक्निकल एनालिसिस के महत्वपूर्ण घटक

(i) चार्ट्स

चार्ट्स टेक्निकल एनालिसिस का एक मूलभूत हिस्सा होते हैं। तीन प्रमुख प्रकार के चार्ट्स होते हैं।

(a) लाइन चार्ट

लाइन चार्ट स्टॉक की क्लोजिंग प्राइस को जोड़कर एक सीधी रेखा बनाता है। यह बहुत सरल होता है और केवल समग्र ट्रेंड दिखाने के लिए उपयोग किया जाता है।

(b) बार चार्ट

यह चार्ट प्रत्येक दिन की ओपन, हाई, लो और क्लोजिंग प्राइस को दर्शाता ने का कार्य करती है।

(c) कैंडलस्टिक चार्ट

कैंडलस्टिक चार्ट जापानी तकनीक पर आधारित है और यह चार्ट सबसे अधिक उपयोग कि जाती है। इसमें हरे  और लाल कैंडल्स होती हैं जो प्राइस मूवमेंट को दर्शाती ने का कार्य करती हैं।

(ii) ट्रेंड लाइन्स 

ट्रेंड लाइनें किसी शेयर की दिशा को पहचानने में मदद करती हैं।

(iii) सपोर्ट और रेसिस्टेंस 

1. सपोर्ट लेवल: सपोर्ट लेवल वह स्तर होता है जहाँ शेयर की कीमत नीचे गिरने के बाद रुक जाती है और फिर से ऊपर जाती है।

2. रेसिस्टेंस लेवल: रेसिस्टेंस लेवल वह स्तर होता है जहाँ शेयर कि कीमत ऊपर जाने के बाद रुक जाती है और फिर से नीचे आती है।

4. प्रमुख टेक्निकल इंडिकेटर्स

(i) मूविंग एवरेज

मूविंग एवरेज स्टॉक की औसत कीमत को दर्शाने का कार्य करता है और बाजार की दिशा समझने में मदद करता है।

1. सिंपल मूविंग एवरेज: यह पिछले दिनों की औसत कीमत को दर्शाने का कार्य करता हैं।

2. एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज: एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज यह हाल ही की कीमतों को अधिक महत्व देता है और जल्दी प्रतिक्रिया करता है।

(ii) रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI)

RSI 0 से 100 के बीच होता है जो यह बताती है कि कोई स्टॉक ओवरबॉट (70 से ऊपर) है या ओवरसोल्ड (30 से नीचे) है।

(iii) MACD (Moving Average Convergence Divergence)

MACD ट्रेंड की ताकत को मापता है और बाय एवं सेल सिग्नल प्रदान करता है।

(iv) बोलिंगर बैंड्स

यह एक वोलाटिलिटी इंडिकेटर है जो बताता है कि स्टॉक ओवरबॉट या ओवरसोल्ड है।

(v) वॉल्यूम इंडिकेटर

वॉल्यूम इंडिकेटर यह दर्शाता है कि किसी स्टॉक में ट्रेडिंग गतिविधि कितनी हो रही है।

5. टेक्निकल एनालिसिस के फायदे और सीमाएँ

फायदे:

टेक्निकल एनालिसिस तेजी से निर्णय लेने में मदद करता है।

टेक्निकल एनालिसिस बाजार की प्रवृत्ति को समझने में सहायक।

टेक्निकल एनालिसिस को आसान और तेज़ी से लागू किया जा सकता है।

सीमाएँ:

टेक्निकल एनालिसिस  100% सटीक नहीं होता है।

टेक्निकल एनालिसिस बाजार की अनिश्चितताओं को पूरी तरह से समझ नहीं पाता।

टेक्निकल एनालिसिस बाहरी कारक (जैसे सरकार की नीतियाँ) कभी-कभी पैटर्न को गलत साबित कर सकते हैं।

6. निष्कर्ष

टेक्निकल एनालिसिस क्या है यह स्टॉक मार्केट में एक सफल ट्रेडिंग के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है। हालांकि, टेक्निकल एनालिसिस को अकेले इस्तेमाल करने की बजाय अन्य विश्लेषण विधियों (जैसे फंडामेंटल एनालिसिस) के साथ मिलाकर उपयोग करना चाहिए। यदि आप एक सफल ट्रेडर बनने के लिए आपको चार्ट पैटर्न, इंडिकेटर्स और बाजार के व्यवहार को समझने की जरूरत होती है।

यदि आप स्टॉक ट्रेडिंग में नए है तो पहले आपको छोटे स्तर पर अभ्यास करें, डेमो अकाउंट का उपयोग करें और धीरे-धीरे अपने अनुभव के आधार पर रणनीतियाँ विकसित करें।

आपको हम ने इस ब्लॉक पोस्ट में टेक्निकल एनालिसिस क्या है कि संपूर्ण जानकारी दी है।

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FAQ

Ques.1 टेक्निकल एनालिसिस में क्या-क्या आता है?                                                         

टेक्निकल एनालिसिस में किसी भी शेयर के प्राइस और वॉल्यूम की हिस्ट्री के आधार पर उसके फ्यूचर प्राइस मूवमेंट का अंदाजा लगाया जाता है. टेक्निकल एनालिसिस में एनालिस्ट ख़रीदारी या बिकवाली के फैसले लेने के लिए चार्ट और टेक्निकल इंडिकेटर की मदद लेते है टेक्निकल एनालिसिस छोटी अवधि के लिहाज से पता किया जाता है टेक्निकल एनालिसिस एक अच्छा सॉफ्टवेयर है इससे किसी भी स्टॉक की जानकारी ली जा सकती है।

Ques.2 क्या शेयर बाजार में 90% लोगों का पैसा डूब जाता है?                           

यह सही है कि शेयर बाजार में 90% लोग अपना पैसा  देते हैं शुरुआती पेश मेंभी ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो कि हर दिन शेयर बाजार  में पैसे गंवाते हैं। एक लोकप्रिय अनुमान के अनुसार, शेयर बाजार  में 90% लोग अपना पैसा गंवा देते हैं। इनमें नए और अनुभवी निवेशक भी शामिल हैं

Ques.3 शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस  कैसे काम करता है?                             

टेक्निकल एनालिसिस क्या है यह शेयर बाजार निवेश या ट्रेडिंग करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें चार्ट, पैटर्न और इंडिकेटर्स का उपयोग करके स्टॉक्स के भावों (प्राइस मूवमेंट) का विश्लेषण किया जाता है। टेक्निकल एनालिसिस हमें यह समझाने में मदद करता है कि किसी स्टॉक की कीमत आगे बढ़ेगी, गिरेगी या एक सीमित दायरे में रहेगी।

Ques.4 टेक्निकल एनालिसिस क्या है     

टेक्निकल एनालिसिस क्या है यह एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें स्टॉक की ऐतिहासिक मूल्य गतिविधियों और ट्रेडिंग वॉल्यूम का अध्ययन किया जाता है। यह मानते है कि सभी मौजूदा जानकारी पहले से ही स्टॉक की कीमतों में शामिल है और कीमतों के पैटर्न का विश्लेषण करके हम भविष्य में शेयरों की दिशा का अनुमान लगा सकते हैं।टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग मुख्य रूप से स्टॉक्स, फॉरेक्स, कमोडिटी और क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करने के लिए किया जाता है।

Ques.5 शेयर मार्केट में एक्सपर्ट कैसे बने?       

 शेयर बाजार में इस्तेमाल की जाने वाली बहुत सी रणनीतियाँ बाजार विश्लेषण से ही निकली जाती हैं। अगर आप शेयर बाजार के रुझानों को देखकर ही यह जान सकते हैं कि कौन सी प्रतिभूतियाँ किस कीमत पर खरीदनी चाहिए। आप किसी खास शेयर के बारे में बेहतर जानकारी पाने के लिए तकनीकी विश्लेषण चार्ट भी पढ़ें  हैं।

Ques.6 चार्ट पैटर्न कैसे समझें?                       

चार्ट पैटर्न की व्याख्या करना एक ऊपर की ओर झुकी हुई प्रवृत्ति रेखा इंगित करती है कि वहाँ उच्चतम तथा निम्नतम के बीच अधिक महत्वपूर्ण मूल्य उतार-चढ़ाव हैं। इसी तरह, एक नीचे की ओर ढलान प्रवृत्ति रेखा तब प्रकट होती है जब कीमतें कम उच्चतम के बीच बढ़ रही होती है।

Ques.7 स्टॉक का एनालिसिस कैसे करें?         

किसी शेयर के विश्लेषण में कंपनी की सबसे हालिया में आय रिपोर्ट को जरूर पढ़ना चाहिए। राजस्व और लाभ की जाँच करने से कहीं ज़्यादा, इसका मतलब यह भी है कि प्रेस विज्ञप्ति और कॉल ट्रांसक्रिप्ट को पढ़ना है ताकि पता चल सके कि कंपनी ने अब की बार किन उत्पादों और मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है।

Ques.8  90% ट्रेडर फेल क्यों होते हैं?     

ट्रेडिंग में ट्रेडर को प्रभावित करने वाली आम भावनाओं में डर, लालच, उम्मीद और पछतावा शामिल हैं। भावनात्मक ट्रेडिंग से बचने के लिए, व्यापारियों के पास स्पष्ट नियम होने चाहिए, जैसे स्टॉप-लॉस ऑर्डर और ट्रेड के लक्ष्य तक पहुँचने पर मुनाफ़ा लेना आदि।

 

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