शेयर बाजार में निवेश करने वाले हर व्यक्ति ने कभी न कभी इंट्राडे ट्रेडिंग शब्द जरूर सुना होगा हम इस ब्लॉग पोस्ट में जानेंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है, यह कैसे की जाती है, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं, कौन-कौन से टूल्स और रणनीतियाँ इसमें मदद करती हैं, और अंत में एक सफल इंट्राडे ट्रेडर बनने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है यह एक ऐसी ट्रेडिंग शैली है जिसमें शेयरों को उसी दिन खरीदा और बेचा जाता है। इसका मतलब यह है कि एक ट्रेडर बाजार खुलने के बाद किसी स्टॉक को खरीदता है और बाजार बंद होने से पहले ही उसे बेच देता है, भले ही लाभ हो या हानि इसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य रोज़ाना के दामों में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना होता है। इसमें लंबे समय तक निवेश करने जैसा धैर्य नहीं चाहिए, बल्कि तेजी से सोचने और फैसले लेने की क्षमता होनी चाहिए
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए निचे दी गई सभी बातें का ध्यान रखें।
1. स्टॉक का चुनाव
हर स्टॉक इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए उपयुक्त नहीं होता है। ऐसे स्टॉक्स चुनें जिनमें वॉल्यूम ज्यादा हों। इससे प्राइस मूवमेंट का फायदा मिलता है।
2. ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए एक अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनना जरूरी है जो रियल टाइम डेटा, चार्ट्स, इंडिकेटर्स और ऑर्डर एक्जीक्यूशन में तेज हो और कोई भी टेक्निकल इशू ना आए इसा प्लेटफॉर्म चुनना है।
3. टेक्निकल एनालिसिस
इंट्राडे ट्रेडिंग में चार्ट पैटर्न, मूविंग एवरेज, RSI, MACD जैसे इंडिकेटर्स की मदद से एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स को तय किया जाता है।
4. ऑर्डर टाइप्स
मार्केट ऑर्डर- तुरंत एक्जीक्यूट होता है।
लिमिट ऑर्डर- तब तक रुका रहता है जब तक आपकी तय कीमत न मिले।
स्टॉप लॉस ऑर्डर- हानि को सीमित करने के लिए लिए लगाया जाता है।
5. स्क्वायर ऑफ
इंट्राडे ट्रेडिंग में आपके सारे पोजीशन शेयर बाजार के बंद होने से पहले अपने आप क्लोज हो जाते हैं अगर आपने मैन्युअली न किया हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आवश्यक कौशल
इंट्राडे ट्रेडिंग केवल किस्मत का खेल नहीं है। इसमें सफल होने के लिए कुछ खास स्किल्स सीखना जरूरी होती हैं।
1. मार्केट की समझ
समाचार, सेक्टर की चाल, इकोनॉमी नियंत्र और आप जिस कंपनी में निवेश कर रहे हो उस कंपनी की संपूर्ण जानकारी होनी जरूरी है।
2. टेक्निकल एनालिसिस
इंट्राडे ट्रेडिंग में प्राइस मूवमेंट का विश्लेषण कर पाना बेहद जरूरी है।
3. रिस्क मैनेजमेंट
इंट्राडे ट्रेडिंग में हमेशा स्टॉप लॉस का प्रयोग करें। और अपनी पूंजी की सुरक्षा करें।
4. अनुशासन
इंट्राडे ट्रेडिंग में लालच और डर से ऊपर उठकर काम करना जरूरी है।
5. भावनाओं पर नियंत्रण
इंट्राडे ट्रेडिंग में जल्दी नुकसान या फायदा हो सकता है। भावनाओं में बहकर निर्णय लेना खतरनाक साबित हो सकता है।
5. इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
तेजी से मुनाफा- अगर इंट्राडे ट्रेडिंग में सही रणनीति अपनाई जाए तो कुछ घंटों में अच्छा लाभ हो सकता है।
मार्केट एक्सपोजर कम- इंट्राडे ट्रेडिंग में दिन के अंत तक सारी पोजीशन खत्म हो जाती हैं, जिससे ओवरनाइट रिस्क नहीं रहता है।
मार्जिन का फायदा- इंट्राडे ट्रेडिंग में कई ब्रोकर्स मार्जिन देते हैं जिससे हम कम पूंजी में भी ज्यादा ट्रेड कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
अत्यधिक रिस्क – इंट्राडे ट्रेडिंग में वोलाटिलिटी की वजह से अचानक बड़ा नुकसान हो सकता है।
मानसिक दबाव- इंट्राडे ट्रेडिंग में हर समय मार्केट पर नजर रखना थका देने वाला हो सकता है।
लालच का फंदा – कुछ लोग छोटे मुनाफे से संतुष्ट नहीं होते और ज्यादा मुनाफे पाने के चक्कर में नुकसान करा बैठते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीतिया
ब्रेकआउट ट्रेडिंग
जब कोई स्टॉक अपने सपोर्ट या रेजिस्टेंस लेवल को तोड़ता है, तो उस समय बड़ी मूवमेंट आती है इसे ही ब्रेकआउट कहते हैं।
रिवर्सल ट्रेडिंग
यदि कोई स्टॉक ओवरबॉट या ओवरसोल्ड हो जाए, तो उसमें रिसक की संभावना बढ जाती है।
स्कैल्पिंग
छोटे छोटे प्रॉफिट पर फोकस करना ही स्कैल्पिंग कहलाता है। स्कैल्पिंग में एक दिन में कई ट्रेड होते।
मूविंग एवरेज क्रॉसओवर
जब शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज लॉन्ग टर्म को क्रॉस करता है, तब एंट्री या एग्जिट की संभावना बनती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में उपयोग होने वाले टूल्स और सॉफ्टवेयर
TradingView: चार्ट्स और स्ट्रैटेजी टेस्टिंग के लिए बेस्ट सॉफ्टवेयर है।
Zerodha Kite / Upstox / Angel One: यह ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म्स सबसे अच्छे है।
Moneycontrol / Investing.com: न्यूज और डेटा के लिए यह साइट सही है।
Excel या Google Sheets: रिकॉर्ड और एनालिसिस के लिए यह सॉफ्टवेयर अच्छा है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ जरूरी नियम
- इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय हमेशा स्टॉप लॉस का प्रयोग करें।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ही दिन में ज्यादा ट्रेड न करें।
- न्यूज़ बेस्ड ट्रेडिंग से बचें,क्योंकि उतार-चढ़ाव ज्यादा होता है।
- इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए एक अच्छी रणनीति बनाएं और उस पर काम करें।
- रिकॉर्ड्स रखें – सीखने के लिए।
एक सफल इंट्राडे ट्रेडर कैसे बनें
सीखते रहें
शेयर बाजार आपको हर दिन कुछ नया सिखाता है। सीखने की भूख कभी खत्म नहीं होनी चाहिए।
छोटा शुरू करें
शेयर बाजार में शुरुआत में कम कैपिटल से ट्रेड करें और अपने अनुभव से सीखें।
डेमो ट्रेडिंग करें
शेयर बाजार में बिना पैसे लगाकर वर्चुअल ट्रेडिंग से अभ्यास करें।
ट्रेडिंग जर्नल बनाएं
आप शेयर बाजार में हर ट्रेड का रिकॉर्ड रखें। इससे पता चलेगा कि आपकी गलती कहां थी।
समय दें
इंट्राडे ट्रेडिंग एक फुल-टाइम एक्टिविटी है। इसमें ध्यान भटकाने की गुंजाइश नहीं होती।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए टॉप 10 स्टॉक्स
1. Reliance Industries
2. HDFC Bank
3.TCS
4.Bharti Airtel
5.ICICI Bank
6. SBI
7. Infosys
8. Bajaj finance
9.Hindustan Unilever
10. ITC
भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ब्रोकरेज फर्म्स
Zerodha- यह सबसे लोकप्रिय ब्रोकर है और यह एक अच्छा ब्रोकर है।
Upstox- यह एक यूजर फ्रेंडली ब्रोकर है।
Angel One- यह एक मजबूत रिसर्च सपोर्ट ब्रोकर है।
Groww– यह एक नए ट्रेडर के लिए अच्छा ब्रोकर है और यह एक यूजर फ्रेंडली ब्रोकर है।
ICICI Direct- यह ब्रोकर ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट दोनों के लिए उपयुक्त।
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं, शेयर बाजार की बारीकियों को समझ सकते हैं और अनुशासन में रह सकते हैं। यह न तो जुआ है और न ही रातों-रात अमीर बने का तरीका। यह एक व्यवसाय है जिसे सीखने और समझने में समय लगता है।
यदि आप लगातार सीखने और अभ्यास करने के लिए तैयार हैं, तो इंट्राडे ट्रेडिंग आपको न सिर्फ वित्तीय स्वतंत्रता दे सकती है, बल्कि एक बेहतरीन प्रोफेशन भी बन सकती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट कैसे खोलें के लिए इस लिंक पर विजिट करें।
हम आपको इस ब्लॉक पोस्ट में इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है कि संपुर्ण जानकारी दी है।
FAQ
Ques 1. इंट्राडे ट्रेडिंग में कितना चार्ज लगता है?
इंट्राडे ट्रेडिंग के शुल्क ब्रोकरेज,GST,स्टाम्प ड्यूटी,इंवेस्टर प्रोटेक्शन फ़ंड ट्रस्ट चार्ज,SEBI टर्नओवर चार्ज,एसटीटी, लेन-देन शुल्क,आदि शुल्क लगते हैं। ये शुल्क, ब्रोकर के प्रकार, स्टॉक एक्सचेंज, और ट्रेड की वैल्यू पर निर्भर करते हैं।
ब्रोकरेज शुल्क 0.01–0.05% या प्रति ऑर्डर एक निश्चित शुल्क है।
एसटीटी शुल्क इंट्राडे ट्रेड के बिक्री पक्ष पर 0.025% होता है।
लेन-देन शुल्क स्टॉक एक्सचेंज के मुताबिक BSCऔर NSC पर अलग-अलग
इंट्राडे ट्रेडिंग पर स्टाम्प ड्यूटी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग है ।
इंट्राडे ट्रेडिंग पर GST 18% है।
इंट्राडे ट्रेडिंग पर SEBI टर्नओवर चार्ज 0.0001% है।
इंट्राडे ट्रेडिंग इंवेस्टर प्रोटेक्शन फ़ंड ट्रस्ट चार्ज 0.0001% हैं।
Ques 2.इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है?
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग शैली है जिसमें शेयरों को उसी दिन खरीदा और बेचा जाता है। इसका मतलब यह है कि एक ट्रेडर बाजार खुलने के बाद किसी स्टॉक को खरीदता है और बाजार बंद होने से पहले ही उसे बेच देता है, भले ही लाभ हो या हानि इसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।
Ques 3.इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर खरीदने का सही समय सुबह 10.15 बजे से दोपहर 2.30 बजे के बीच है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सुबह 10.00 बजे से 10.15 बजे तक, सुबह के शेयर में उतार-चढ़ाव कम हो जाता है। नतीजतन, यह इंट्राडे ट्रेडिंग करने का सही समय है।
Ques 4.इंट्राडे ट्रेडिंग पर कितना चार्ज लगता है?
इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकरेज चार्ज शुल्क कुल टर्नओवर का 0.05% है। मान लीजिए आपने जो स्टॉक खरीदा है उसकी कीमत 100 रुपये है। तो ब्रोकरेज चार्ज 100 रुपये का 0.05% है, जो 0.05 रुपये है। तो, ट्रेडिंग पर कुल ब्रोकरेज चार्ज 0.05+ 0.05 रुपये है, जो 0.10 रुपये है।
Ques 5.क्या मैं 100 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकता हूँ?
हाँ, आप 100 रुपये के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब है कि आप एक ही ट्रेडिंग दिन के भीतर अपने वित्तीय साधनों को खरीद और बेच रहे हैं। आप अल्पकालिक मूल्य उतार-चढ़ाव का लाभ उठा सकते हैं और लाभ कमा सकते हैं।
Ques 6.शेयर बेचने के कितने दिन बाद पैसा मिलता है?
जब आप अपने शेयर बेचते हैं, तो वो शेयर तुरंत ब्लॉक हो जाता है और राशि आपको T+2 डे (T+2 Day) को मिलेगी।
Ques 7.अपना पहला शेयर कैसे खरीदें?
अपना पहला शेयर खरीदने के लिए आपको सबसे पहले डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा इसके बाद किसी ब्रोकर की मदद से शेयर खरीदे जा सकते हैं।
Ques 8.ट्रेडिंग का नंबर 1 नियम क्या है?
अगर उद्योग जगत के पेशेवरों ने वित्तीय बाजारों में अपने सभी वर्षों में एक बात सीखी है वह यह है कि कभी भी घाटे वाली स्थिति में न जाए। इसका मतलब है कि घाटे वाली लंबी स्थिति में कभी भी “औसत नीचे” न करें या घाटे वाली छोटी स्थिति में “औसत ऊपर” न करें।
Ques 9.शुरुआती लोगों के लिए कौन सी ट्रेडिंग सबसे अच्छा है?
शुरुआती लोगों को न्यूनतम जोखिम वाली पोजिशनल ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग करनी चाहिए। इंट्राडे, ऑप्शन और फॉरेक्स ट्रेडिंग जैसे उच्च जोखिम वाले ट्रेडिंग से दूर रहें। सीखने का सबसे प्रभावी तरीका स्टॉक मार्केट का निःशुल्क कोर्स करना और छोटे निवेश के साथ अभ्यास करना चाहिए।
Ques 10.इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है यह एक ऐसी ट्रेडिंग शैली है जिसमें शेयरों को उसी दिन खरीदा और बेचा जाता है। इसका मतलब यह है कि एक ट्रेडर बाजार खुलने के बाद किसी स्टॉक को खरीदता है और बाजार बंद होने से पहले ही उसे बेच देता है, भले ही लाभ हो या हानि इसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।
हम आपको इस ब्लॉक पोस्ट में इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है कि संपुर्ण जानकारी दी है।